पाटी पर लखेलुं लेसन,
थूंक लगाड़ी भूंसतो..!
टचली आंगळी उंची करतो,
रजा लई हरखातो..!
शनिवार नो वर्ग भरी ने
आनंदे धर जातो...!
चड्डी ना खीस्सा मां
बिस्किट,बोर,आंबली भरतो...
हुं तो आम ज भणतो,
साचुं कहुं तो बाळपण मां,
..साच्चे साच्चुं जीवतो..!!!✌👌👏
About Me...
- Mihir
- I have gone to find myself, please keep me here if I get back before I return. Does it make sense to you?
Thursday, July 2, 2015
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